जिंदगी से हमने बस मुस्कुराना ही सीखा...

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मुस्कुराओ...  अगर आज कहीं से हार गये हो । 

किसी को उस जीत की तुमसे ज्यादा जरूरत होगी । शायद... 


मुस्कुराओ...  अगर कुछ खो गया है तो 

जिसके नसीब का था, उसको मिल गया है । शायद ... 


मुस्कुराओ...  अगर दिल टूट गया है । 

किसी का जोड़ने के लिए, किसी का तोड़ना पड़ता होगा । शायद ... 


और रह जाय दिल में फिर भी दर्द कहीं तो बाँट कर मुस्कुराओ...  

है अगर दिल में खुशी ज्यादा तो सेम प्रोसेस फिर से दोहराओ । 


मुस्कुराओ...  जब बार-बार ये सोचकर हताश हो जाते हो कि 

इससे अच्छा ये हो जाता, इससे अच्छा वो हो जाता तो 

ये सोच कर मुस्कुराओ कि इससे बुरा हो जाता तो क्या हो जाता ।। 


मुस्कुराओ...  अगर सर पर है छत, बदन पर कपड़ा, है थाली में खाना... 

और अगर है जरूरत से ज्यादा,  तो बाँट कर घर आना ।। 


मुस्कुराओ...  जब पुछे कोई की, जिंदगी जीने का है क्या सलीका । 

मुस्कुराओ...  यह कह कर कि हमने जिंदगी से बस मुस्कुराना ही सीखा ।। 

तो फिर अब देर किस बात कि मुस्कुराओ...  

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